कैसे करें सोमवार की पूजा आरती [ How to do Monday Worship & Aarti ]
सोमवार भगवान शिव के पूजा करने की लिए जानी जाती है| भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करके इस दिन विधिपूर्वक आरती की जाती है| सावन के सोमवार यह और भी महत्यपूर्ण हो जाती है| अगर आप सोमवार की पूजा करना चाहते हैं तो आपको बहुत कुछ ज्यादा करने की जरुरत बिलकुल भी नहीं है बस कुछ सामग्री और कुछ बातों का ध्यान रखना जरुरी है| भगवान शिव के पूजा के लिए बहुत कुछ सामग्री की जरुरत नहीं होती है केवल जल और बिल्वपत्र से ही पूजा की जा सकती है पर सबसे अच्छा होता है पंचोपचार पूजा करना उसके लिए पुष्प, बिल्वपत्र, अक्षत, चन्दन, धूप, दीप, कपूर की जरुरत होती है| शिव पूजन में हल्दी, कुंकुम का इस्तेमाल न करें और चन्दन के रूप में केवल सफ़ेद चन्दन का ही इस्तेमाल करें| अगर आप माँ पार्वती की पूजा कर रहें हैं तो उन्हें हल्दी और कुमकुम जरूर चढ़ाय पर शिवलिंग पे नहीं|
सबसे पहले शिव पार्वती के छवि रखले किसी चौकी में सफ़ेद कपड़ा बिछाकर या फिर आप शिवलिंग के पूजा भी कर सकते हैं| शिवलिंग की अगर पूजा करें तो उसे ताम्बे की पात्र या पीतल के पात्र में ही रखें नाकि किसी स्टील की पात्र में| सबसे पहले दूध, गंगाजल, पंचामृत से अभिषेक करें और फिर कपूर मिश्रित जल से शिवलिंग को स्नान कराय| अगर आपके पास पंचामृत नहीं है तो आप गंगाजल और कपूर जल से भी अभिषेक कर सकते हैं| स्नान करवाने के बाद आप चन्दन और पुष्प अर्पण करें इस दौरान 'ॐ नमः शिवाय' का जाप करें| इसके बाद धूप और दीप दिखाय और एक फल निवेदन करें अगर हो सके तो नारियल| इसके बाद माता पार्वती की भी पूजा करें और भगवन भोलेनाथ को मिछरी की शरबत चढ़ाय| इसके बाद धूप जलाकर 'एतस्मै धूपाय नमः' बोलकर धूप से और 'एतस्मै नीराजन दीपमालाए नमः' कहकर पंचप्रदीप से भगवान भोलेनाथ और माँ पार्वती की आरती करें| शंख और घंटा ध्वनि के साथ भी आरती कर सकते हैं या फिर आरती गा कर भी आरती कर सकते हैं| आरती के बाद सबको आरती जरूर दे और साथ ही प्रसादी शरबत एवं पंचामृत दे|

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