गणेश चतुर्थी के लिए कैसे करें तैयारी [Ganesh Chaturthi Festival]
इसबार गणेश उत्सव 13 सितम्बर को है| गणेश चतुर्थी महाराष्ट्र सहित पुरे भारत भर में अब मनाई जाती है पर यह विशेष रूप से महाराष्ट्र की ही उत्सव है इसलिए इस उत्सव को मराठी समुदाय के लोग बहुत ही हर्षोल्लास से मानते हैं और साथ ही बहुत ही निष्ठा से| गणेश चतुर्थी दस दिन चलनेवाला त्योहार है पर कुछ लोग इसे घर पे तीन दिन या फिर पांच या सात दिन के लिए भी रखते हैं| ज्यादातर पंडाल में गणपति स्थापना करके उसे दस दिन तक ही पूजा और आरती की जाती है|
गणेश पूजा और आरती के लिए आप क्या क्या सामग्री लेनेगे जो की आपके पूजा को सही बनाएगा उसके लिए आइये जान ले यह सूचि-
१. श्री गणेश जी की मूर्ति
२. गणपति को रखने के लिए चौकी
३. लाल कपड़ा
४. अपने अपने हिसाव से गणपति जी को सजाने के लिए शृंगार के सामान
५. कलश
६. आम के पत्ते
७. नारियल कलश के लिए
८. नारियल पूजा के लिए
९. धूप, गुग्गुल
१०. दीपक के लिए घी, तिल या नारियल का तेल
११. फल प्रसाद के लिए
१२. मेवा और बतासा
१३. मोदक या लड्डू
१४. पान सुपारी
१५. मिसरी का शरबत
१६. जवाकुसुम के फूल
१७. दूर्वा
१८. अक्षत
१९. लाल चन्दन
२०. सिंदूर, कुमकुम
२१. आरती के लिए पंचप्रदीप, कपूर और धुनुची
२२. कच्ची हल्दी
आप अपने अपने हिसाव से सामग्री में काम ज्यादा कर सकते हैं| गणपति को भोग लगाने के लिए हर कोई अपने अपने तरीके अपनाते हैं अगर आप भोग लगा रहे हैं तो इस बात का ध्यान जरूर रखे कि गणेश जी के भोग में तुलसी नहीं डाली जाती है उसके जगह पर दूर्वा डालकर अर्पण करते हैं| अगर आप भोग नहीं लगा पा रहे हैं तो भी मन में कोई झिझक मत रखिये आप लड्डू या मोदक का भी भोग गणपति को अर्पण कर सकते हैं और अगर अपने पास मोदक या लड्डू बनाने कि भी समय नहीं है और आप बाहर का मिठाई प्रसाद रूप में नहीं देना चाहते हैं तो आप बस दो नारियल चढ़ाकर भी भोग लगा सकते हैं, साथ ही अगर आप घर पे तीन दिन के लिए भी गणपति अपने घर पे रखते हैं तो श्री गणेश के तीनबार आरती जरूर करें और पुष्पांजलि दे|

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