दीपावली पर सहज पूजन करें धूप पूजा से [Diwali Simple puja with Dhoop]


दिवाली पर हर कोई अपने घर पे पूजा करना चाहते ही है पर ज्यादातर अपने समय के कमी के कारन सही से पूजा कर नहीं पाते है| हर बार हम दिवाली पर कुछ न कुछ योजना बनाते हैं कि किस तरह से पूजा करें और किस तरह से न करें और बहुत कुछ सामान खरीदकर भी हम लाते हैं पर फिर भी हम सही से पूजा नहीं कर पाते हैं| आज हम एक आसान पूजा पद्धति के बात करेंगे जिससे आप एक ही दिन में पूजा के सामग्री के जुगाड़ के साथ सम्पूर्ण दीपावली पूजन कर सकेंगे| इस पूजा को कहते हैं धूप अर्चन आरती पूजा| धूप पूजा के लिए आपको बहुत से सामग्री की जरुरत बिलकुल भी नहीं होती है बस उसके लिए आपके धूप, धुनुची, आरती दिया, फूल, चन्दन, अक्षत और नारियल की जरुरत होती है| लक्ष्मी नारायण पूजा के  लिए कलश रखना भी जरुरी होती है और धूप पूजा में भी कलश जरूर रखे नारियल, आम के पत्ते और अक्षत के साथ|

धूप अर्चन पूजा आरती करने के लिए सबसे पहले आपको एक पाटे पर नए कपड़े बिछाकर श्री लक्ष्मी गणेशजी की मूर्ति को रखना होगा या फिर आप चाहे तो आप फोटो भी रख सकते हैं| बहुत सी जगह पर  लक्ष्मी नारयण के फोटो के साथ भी इसदिन लक्ष्मी पूजन की जाती है| आपके परिवार के परंपरा अनुसार या फिर आप अपने श्रद्धा के अनुसार यह रख सकते हैं| इसके बाद आप घट स्थापना करें| दीपावली पर घट स्थापन हम दूसरे ब्लॉग में बताएँगे| घट स्थापना के बाद आचमनी से आचमन पात्र के जल लेकर तीनबार छिड़के और फिर पुष्प, अक्षत, चन्दन से पूजा करें| सिंदूर, चन्दन, रोली और हल्दी के टिका लगाय और धूप जलाकर भगवन को आघ्रायित करें| कोशिश करें कि दोनों धुनुची धूप जलाने के जिसमे एक माँ लक्ष्मी के लिए और एक श्री नारायण के लिए| आप अगर कुछ प्रसाद और फल चढ़ाना चाहे तो आप उसे चढ़ाय और फिर पहले धूप से और फिर पंचप्रदीप जलाकर आरती करें| धूप से आरती करने से पहले उसे निवेदन करते हुए कहे "एष धूपः ॐ श्री लक्ष्मी नारायणाय नमः" साथ ही आरती के दीप निवेदन करते हुए कहे "एष आरात्रिक दीपमालाएं ॐ श्री लक्ष्मी नारायणाय नमः"'| आरती संपन्न होने के बाद पुरे घर पे आरती दिखाय| बहुत सारे लोगों का कहना है कि दीपावली पर  आरती करें या न करें? तो यहाँ पर आपको बता दे कि हर पूजा में आरती करना जरुरी होता है और  साथ ही आरती के बिना कोई भी पूजा संपन्न नहीं होती है| आरती के धूप, दीप, शंखजल वायु, अग्नि, जल के प्रतीक है इसलिए आरती ही एक पूजा को सम्पूर्ण बनाती है| आरती के बाद माँ लक्ष्मी और श्री नारायण को सब मिलके अक्षत, चन्दन, पुष्प से पुष्पांजलि प्रदान करें और प्रणाम करें| दीपावली के दिन पटाखे बिलकुल न जलाय और अगर आपके घर ऐसे कोई शगुन के रसम होती है तो आप धूप-दीप जलाकर भी उस शगुन को पूरा कर सकते हैं|

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