बिना कन्या के भी कैसे करें नवमी पर कन्या पूजन? [Navratri par Kanya Pujan]


अगर नवरात्रि पर कन्या पूजन करना चाहते हैं पर आपको कुमारी कन्याय आपके आस पास नहीं मिल रहे है या फिर कुछ लोग अपने कन्या को पूजन के लिए नहीं भेजना चाहते तो उसमे आप क्या करेंगे| बहुत से लोग मंदिर जेक भोग सबको खिला देते हैं या फिर कुछ लोग भंडारे में दे देते हैं| अगर आप मंदिर में सबको खाना खिलते हैं तो यह बहुत ही अच्छा काम है नवरात्रि के दिनों में आप अगर ऐसा करने में सक्षम है तो यह जरूर करें पर कन्या पूजन भी जरूर करें अगर आपको कन्या न मिले तब भी| एक बात यहाँ पर ध्यान से सुने कि नौ कन्याओं को माता की रूप मानकर ही हम कन्या पूजन करते हैं पर अगर आपको कन्याय पूजन के लिए नहीं मिल रही है तो आप जो जो खाना कन्याओं को खिलाना चाहते हैं उसे प्रसाद बनाने के भावना से ही जरूर बनाय और उसमे एक बात ध्यान रखें कि सेंधा नमक ही उसमे डाला जाये नाकि आम नमक| आप पूरी, सब्जी और हौले प्रसाद के रूप में बना सकते हैं| सबसे पहले माता की पूजा और आरती कर ले उसके बाद माता के सामने ही नोय थाली में यह भोग चढ़े और नोय पानी के पत्र भी रख दे| इसके बाद को कुमारी कन्या मानकर प्रार्थना करें और किसी भी मंत्र का पथ का करें जो आपको आता है सही तरीके से| इसके बाद माँ की आरती करें उसके बाद नौ थाली से प्रसाद लेकर आप लोगों के खाने में मिला दे और सब बैठ कर माता का प्रसाद ग्रहण करें| जब आप नैथली में भोग माता को चढ़ाएंगे तो पानी का गिलास और पान जरूर रखें उसके साथ ही| अगर आपके पास पर्याप्त बर्तन नहीं है जिसमे आप नौ थाली में प्रासद चढ़ा सके तो उसके बदले में केले के पत्तों का भी उपयोग आप कर सकते हैं| भोग लगते समय धुप और डीप जलकर रखें माँ की सामने ताकि बाहर की कोई दुर्गन्ध भाग के शुद्धता को खराब न करें| 

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