नवरात्रि पर किस चीज की भोग लगे और किस चीज की नहीं [Navratri ke Bhog Prasad]
नवरात्रि पर वैसे तो आप तरह तरह से पूजा कर सकते हैं उसमे एक है माँ को भोग अर्पण करके आरती करना या भोग लगाना| जो लोग भोग लगते हैं उनके लिए हम कुछ विषय पर ध्यान रखने के लिए यह बोलेंगे| सबसे पहले यह बात आप लोग जान ले कि भोग के कई सरे प्रकार होते हैं, जैसे - मिठाई भोग, फल भोग, पूरी-सब्जी-हलवा भोग, अन्न भोग, शीतल भोग| आप अपने अपने सामर्थ के अनुसार माँ को भोग लगा सकते हैं| एक बात का ध्यान यहाँ पर विशेष कर रखें कि अगर आप अपने किचेन में मांसाहारी कहना बनाते हैं तो वह पर माता के लिए भोग नहीं बनाना चाहिए क्यों के वह के एक अलग गंध होती हैं जो प्रसाद के शुद्धता के लिए सही नहीं होता हैं| पर अगर आपके पास एक्स्ट्रा गैस या ऐसे ऊपर नहीं है और आप केवल कन्यापूजन के दिन अथवा अष्टमी के दिन माँ को भोग लगाना चाहते हैं तो आपके रसोई को अच्छे से साफ कर ले उसके बाद अपने किचेन में धूप करें और फिर आप अगर बर्तन में माँ के लिए भोग बनाए और उसदिन कुछ और न बनाए अपने किचेन में माँ को चढ़े हुए भोग ही प्रसाद के रूप में ग्रहण कर ले| अगर आप दूसरे जगह पर भी भोग तैयार कर रहे हैं तो भी आपको धूप जलाकर ही भोग बनाना चाहिए, धूप जलाने से भोग बनाते समय उसकी खुसबू आपके नाक में नहीं जाती है| अगर भोग कि खुसबू नाक में चली जय तो उससे भोग असम्पूर्ण मन जाता है इसलिए जान भी आप भोग बनाए तो धूप जलाकर ही बनाए ताकि उसकी खुसबू आपको प्रवाभित न करें| ध्यान रखें कि यह खाने कि वस्तु तो है पर इसे पहले निवेदन करना होगा तभी यह प्रसाद बनेगा| इसके सुगंध या खाने की इच्छा मन में होने से यह प्रसाद नहीं रह जाता है और आम खाना बन जाता है इसलिए इस बात का ध्यान जरूर रखें|
भोग बनाने के बाद आप कपड़े जरूर बदल ले और फिर धुले हुए कपड़ो में भोग निवेदन करें| जिस कपड़े में आप खाना बना रहे यह वह झूठा हो जाता है इसलिए वही कपड़े पहनकर कभी भी भोग अर्पण न करें| भोग अर्पण करने के बाद आचमनी से जल छिड़क कर और पुष्प अर्पण करके फिर भोग आरती जरूर करें| भोग आरती के बाद पहले आरती सबको दे फिर सबमे भोग सामान रूप से बांट दे|
अगर आप मिठाई भोग लगा रहे हैं तो बाजार से जहां केवल मिठाई ही मिलता है वहां से मिठाई खरीदके लेकर आये और भोग लगाए| अगर आप घर पे भी मिठाई बनान चाहे तो भी आप उसे बनाकर चढ़ा सकते हैं| इसमें सबसे अच्छा नारियल के मिठाई रखती है जो नारियल और गुड़ से बनाई जाती है| अगर आप फल भोग देना चाहते हैं तो फल और बतासा भोग में चढ़ा सकते हैं, अगर अगर भोग के लिए चढ़ा रहें हैं तो उसे काटकर अच्छे से सजाकर ही भोग चढ़ाय| पूरी सब्जी और हलवा अगर आप भोग में चढ़ाना चाहते हैं तो उसे केवल अपने घर में बनाकर ही भोग लगाए सिर्फ हलवा भी भोग के लिए चढ़ा सकते हैं पूरी या सब्जी में अगर आप नमक डालते हैं तो वह सेंधा नमक डालकर ही बनाए नाकि कोई दूसरा नमक साथ ही बहुत काम मसाले में बनाने की कोशिश करें| अन्न अगर भोग में चढ़ान चाहते हैं तो पुलाव, खिचड़ी, खीर चढ़ा सकते हैं पर यह भी सरे सेंधा नमक से ही बनाए और अगर आप दूध से कुछ बना रहे हैं तो उसमे किसी भी प्रकार की कोई नमक न डाले जैसे खीर में नमक कभी भूल के भी न डाले| भोग अगर आप काम भी बना पाए तो भी कोई बात नहीं पर कोशिश करें की उसे घर पे ही बनाए नाकि बाहर का भोग अर्पण करें|
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