नवरात्रि सहज दुर्गा पूजन विधि [Navratri Puja Vidhi]


माँ दुर्गा की दस उपचार पूजा के बारे में आज हम जानेंगे| वैसे तो कई सारे उपचार के साथ ही मातारानी की आराधना कर सकते हैं पर अगर आप सबसे अच्छा और श्रेष्ठ पूजा की बात करें तो वह है माँ की दस उपचार  पूजा| किस तरह से इस पूजा में हर तरह के वस्तु और उपकरण माँ दुर्गा को निवेदन की जाती है इस बारे में  हम आज जानकारी लेंगे| 

सबसे पहले आप पंचपात्र से जल ले ले और आचमनी से आचमन करें| अब श्री गणेश को स्मरण करें और पुष्प, चन्दन से उनकी पूजा करें| इसके बाद मातारानी के सामने धूप और दीप जलाय| अगर अखंड दीपक आप जलके नहीं भी रख पाते हैं तो भी पूजा के समय घी का दिया जरूर जलाय| आइये अब देखते है निवेदन विधि-

दुर्गापूजा मूल मंत्र : ॐ ह्रीं भगवती दुर्गायै नमः/ ॐ ह्रीं भगवती दुर्गा देव्यै नमः

1. अर्घ्य (अक्षत,चन्दनपुष्प, बेलपत्र)
बं एतस्मै अर्घ्याय नमः [तीनबार आचमनी से पानी का छिड़काव करें]
एते गन्धपुष्पे बं अर्घ्याय नमः [चन्दन पुष्प लेकर]
एतद अर्घ्यं ॐ श्रीश्री भगवती दुर्गा देव्यै नमः|

2. आचमनीय जल 
एतस्मै बं आचमनीयदकाय नमः [तीनबार आचमनी से पानी का छिड़काव करें]
एते गन्धपुष्पे बं आचमनीयदकाय नमः [चन्दन पुष्प लेकर]
इदं आचमनीयदकाय ॐ श्रीश्री भगवती दुर्गा देव्यै नमः|

3. आभरण-श्रृंगार 
एतस्मै बं रजताभरणाय नमः [तीनबार आचमनी से पानी का छिड़काव करें]
एते गन्धपुष्पे बं रजताभरणाय नमः [चन्दन पुष्प लेकर]
एतद रजताभरणाय ॐ श्रीश्री भगवती दुर्गा देव्यै नमः|

4. चन्दन 
एतस्मै बं गंधाय नमः [तीनबार आचमनी से पानी का छिड़काव करें]
एते गन्धपुष्पे बं गंधाय नमः [चन्दन पुष्प लेकर]
एष गन्धं ॐ श्रीश्री भगवती दुर्गा देव्यै नमः|

5. पुष्प
एतस्मै बं पुष्पाय नमः [तीनबार आचमनी से पानी का छिड़काव करें]
एते गन्धपुष्पे पुष्पाय नमः [चन्दन पुष्प लेकर]
एतद पुष्पं ॐ श्रीश्री भगवती दुर्गा देव्यै नमः|

6. धूप
एतस्मै बं धूपाय नमः [तीनबार आचमनी से पानी का छिड़काव करें]
एते गन्धपुष्पे बं धूपाय नमः [चन्दन पुष्प लेकर]
एतदधिपतय ॐ देवाय श्रीविष्णवे नमः| 
एतत सम्प्रदानाय ॐ श्रीश्री भगवती दुर्गा देव्यै नमः|
 ॐ वनस्पति रसों दिव्य गन्धाढ्यः सुमनोहरः |
मया निवेदिता भक्त्या धूपोहयं प्रतिगृह्यताम||
 एष धूपः ॐ श्रीश्री भगवती दुर्गा देव्यै नमः|

7. दीप 
एतस्मै बं दीपाय नमः [तीनबार आचमनी से पानी का छिड़काव करें]
एते गन्धपुष्पे बं दीपाय नमः [चन्दन पुष्प लेकर]
एष दीपः ॐ श्रीश्री भगवती दुर्गा देव्यै नमः|

8. नैवेद्य प्रसाद
एतस्मै बं नैवेद्दाय नमः [तीनबार आचमनी से पानी का छिड़काव करें]
एते गन्धपुष्पे बं नैवेद्दाय नमः [चन्दन पुष्प लेकर]
एतद नैवेद्यः ॐ श्रीश्री भगवती दुर्गा देव्यै नमः|

9. जल
एतस्मै बं पानार्थ जलाय नमः [तीनबार आचमनी से पानी का छिड़काव करें]
एते गन्धपुष्पे बं पानार्थ जलाय नमः [चन्दन पुष्प लेकर]
इदं पानार्थ जल ॐ श्रीश्री भगवती दुर्गा देव्यै नमः|

10. पान-सुपारी
एतस्मै बं फलताम्बूलाय नमः [तीनबार आचमनी से पानी का छिड़काव करें]
एते गन्धपुष्पे बं फलताम्बूलाय नमः [चन्दन पुष्प लेकर]
एतद फलताम्बूल ॐ श्रीश्री भगवती दुर्गा देव्यै नमः|

ध्यान दे: यहाँ पर धूप निवेदन मन्त्र को विस्तार से बताया गया है| कहाँ जाता है कि अगर अप रोज हवन न भी कर पा रहे हैं तो भी धुनुची धूप इस मन्त्र के साथ निवेदन करके आप आरती कर सकते हैं जिससे हवन सामान ही पूजा होती है| इसलिए अगर हवन न भी कर पायें तो भी मन में कोई खेद न रखे धूप सम्पूर्ण निवेदन करने से भी आपको नवरात्री पूजा का पूर्ण आशीष मिलेगा|

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