पूजा-आरती में किस चीज को कहा रखे यह जान ले [ Puja aur Aarti ke chijo ko kis tarha rakhe]


वैसे तो हम रोज पूजा और आरती करते हैं पर हममें से ज्यादातर लोगों को ही यह नहीं पता होता हैं की आरती और पूजा के किस पत्र को कहा रखना चाहिए| इसलिए आज हम आपसे इसी बारे में बात करेंगे कि पूजा के लिए किस चीज को कहा पर रखे या फिर अगर आप केवल आरती भी कर रहे हैं तो भी धूप और दीप कहा रखे इस बारे में बहुत से लोग नहीं जानते हैं| आइये इस विषय के बारे में ही कुछ बातें हम जान ले|

अगर आप पूजा में घी के दीपक जलाते हैं तो उसे भगवन के दाईं तरफ ही रखिये पर अगर आप दीपाक तेल से जला रहे हैं तो उसे बाईं तरफ रखे अगर आप आरती के लिए भी दीपक निवेदन कर रहें हो तो भी इसी तरह से ही दीपक रखकर निवेदन करें| पूजा के लिए या फिर आरती लिए जब भी आप धूप जलाय यानि धूपपात्र धुनुची में धूप जलाय तो हमेशा उसे भगवन के बाईं तरफ रखकर ही जलाय कभी भी दाईं तरफ रख कर ना जलाय| अगर आप दो धुनुची देते हैं तो आप बाईं तरफ के धुनुची से ही आरती करें| सुगन्धित जल से भरा पात्र या जलपात्र बाईं तरफ ही रखे| घंटा और जलशंख बाईं तरफ ही रखे| केसर, कपूर के साथ चन्दन घिस कर उसे भगवन के सामने ही रखें पर चन्दन कभी भी ताम्बे की पात्र में न रखे| भगवन को तिलक और चन्दन लगते समय हमेशा अपने अनामिका ऊँगली का ही उपयोग करें| पुष्प कभी भी हैट में या कागज के ऊपर नहीं रखना चाहिए हमेशा पुष्प पात्र में रखकर ही उसे चढ़ाना चाहिए|

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