कार्तिक पूर्णिमा में मनाय राधा गोविन्द की रास आरती उत्सव [Kartik Purnima Radha-Govind ki Aarti]


कार्तिक पूर्णिमा के दिन सबसे अच्छी बात यह होती है की आप इस दिन श्री हरि के किसी भी स्वरुप के पूजा कर सकते हैं चाहे वह लक्ष्मी-नारायण हो, राधा-गोविन्द हो या फिर सिया-राम| अगर चाहे तो घट पे श्री हरि के ध्यान लगाकर भी आप पूजा आरती कर सकते हैं| कहते हैं इसदिन श्री कृष्ण वृंदवाब में राधारानी और गोपिओ संग महारास करते हैं और ब्रिज के यह उत्सब बाकि सारे उत्सव से निराली होती है| इसदिन वृन्दावन के हर मंदिर में राधारानी और कन्हैयालाल को फूलों से श्रृंगार करवाया जाता है और साथ ही पूजा भी की जाती और महाआरती आयोजित की जाती है| कहते हैं शाम को सबसे प्रिय हैं रंग बिरंगे फूल तुलसी के पत्ते| इसलिए अगर आप इसदिन इस तरह से पूजा आरती करते हैं तो कान्हा से प्रेम कभी नहीं छूटता है| वैसे तो यह ब्रिज की उत्सव है पर अगर आप चाहे तो आप भी घर पे ही वृन्दावन की रास उत्सव मन सकते हैं फूलों की आरती करके|

आपके घर पे मंदिर में अगर राधा कृष्ण प्रतिष्ठित है तो उन्हें भी आप बहुत अच्छे से सजा सकते हो या फिर राधा गोविन्द की फोटो, द्वारिकाधीश की फोटो राधामाधव के फोटो भी अच्छे से सजा सकते हैं कई तरह के फूलों से| इस पूजा में कोई प्रसाद की जरुरत बिलकुल जरुरी नहीं हैं बस एक पात्र में चन्दन के जल पे तुलसी रख दे और ठाकुरजी को पानार्थ जल प्रदान करें| आप धुनुची धूप जलाय जिसमें धूना, गुग्गुल, कपूर और अगरु हो तो बहुत ही अच्छा होता है| अगर आप चाहे तो घर को दीपक से भी सजा सकते हैं और अगर चाहे तो आंगन में फूलों की रंगोली भी बना सकते हैं| बहुत अच्छे से धूप से पुरे घर को महका के फिर दीप जलाकर आरती करें| आप पंचदीपक, सप्तदीपक या इक्कीस दीपक दानी लेकर भी आरती कर सकते हैं| ठाकुरजी के दोनो तरफ  पीतल धुनुची में  धूप जलाय और हो सके तो पंचांग धूप जलाय| आरती करने में भी केवल घी या तिल तेल ही इस्तेमाल करें| इस दिन ठाकुरजी को चन्दन और फूल से जो श्रृंगार किया जाता है वही सबसे विशेष होती है| 

राधा गोविन्द की यह पूजा असल में कोई पूजा नहीं है यह एक उत्सव है जिसमें ठाकुरजी के प्रेम के रंग में रंग के उन्हें आरती करनी होती है और इस आरती की कोई खास नियम या मन्त्र बिलकुल भी नहीं होती है अपने मन के भाव से प्रेम सहित यह आरती की जाती है| इसलिए आप भी ठाकुरजी को खूब श्रृंगार कराय और धूप दीप से उनकी मनमोहक आरती करें|

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