क्या मोमबत्ती से आरती करना उचित है? [Aarti With Candle right or wrong]
आरती करने के लिए धूप और दीप का इस्तेमाल सबसे सही और उत्तम बताया गया है पर आजकल अपने काम के व्यस्तता के चलते बहुत से लोग आरती के लिए मोमबत्ती जलाते हैं दिए की जगह पर| इस बारे में बहुत से लोगों का कहना है की उनके पास उतना समय नहीं होता हैं कि वह धुनुची और पंचप्रदीप या तक कि एक दीपक जलाकर भी पूजा कर पाए पर अगर हम मोमबत्ती और अगरबत्ती से पूजा कर रहे हैं तो वह पूजा के वातावरण को नष्ट तो करता ही है साथ में घर में भीतर कई ज्यादा कार्वनडाई-ऑक्साइड भी उत्पादन करता है जो सेहत के लिए बहुत ही हानिकारक होता हैं| इस बारे में जब आपके पास पर्याप्त समय हो तभी आप पूजा और आरती करें और धूप-दीप जलाय चाहे वह सुबह के समय हो या फिर वह रात के समय हो| बस कुछ विषय का ध्यान रात के पूजा में रखना होता है जैसे कि सूर्य देव की पूजा रात के समय नहीं की जाती है और रात के आरती के समय कभी भी शंख या फिर घंटी न बजाय| इस तरह कुछ चीजों का ध्यान रखने आप भोर के समय या फिर रात के समय भी पूजा कर सकते हैं| हरबरी में पूआज करना और धूप के जगह पर अगरबत्ती या फिर दीप के जगह पर मोमबत्ती जलना बिलकुल भी सही नहीं होता है| आरती करने के लिए धूप और दीप जलाकर भी केवल आरती करें नाकि मोमबत्ती या अगरबत्ती से| अगर आप घर पे केवल धूप करना चाहते हैं तो भी केवल धुनुची धूप ही जलाय नाकि कोई अगरबत्ती| बहुत से लोग वैसे धूपबत्ती जलाते हैं पर आजकल धूप बत्ती में भी केमिकल इस्तेमाल होता है जो की एक तरह से सेहत के लिए बहुत ही हानिकारक है और मोमबत्ती के निकलनेवाला धुआँ बहुत ही ज्यादा हानिकारक होता है इसलिए धूपबत्ती, अगरबत्ती या मोमबत्ती बिलकुल भी पूजा के लिए इस्तेमाल नहीं करना चाहिए|

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