महाशिवरात्रि पर धूप अर्चन और आरती कैसे करें [Shivratri Dhoop Archan aur Aarti]
शिवपूजा बहुत ही सरल और सहज पूजा है जिसके लिए आप को बहुत सारे चीजों की कोई जरुरत नहीं होती है बस भावना ही काफी होती है शिवरात्रि पूजा के लिए| कैसे शिवरात्रि में धूप पूजन आरती करें इसी बारे में हम आपसे यहाँ पर बात करेंगे| एक बात आपको बता दे पहले ही की धूप पूजा के लिए कोई विशेष प्रकार की वास्तु की जरुरत नहीं होती है नहीं भोग प्रसाद की जरुरत होती है| धूप पूजा के लिए धुनुची धूप ही जरुरी होती है इसलिए आप अगर धूप पूजा के माध्यम से सहज और सरल पूजा करना कहते हैं तो पीतल के दो धुनुची अपने पास जरूर रखे| पीतलके दो धुनुची में धूप-गुग्गुल जलाकर ही धूप पूजन और आरती करनी होती है| वैसे दोनों धुनुची रखना सही होता है पर अगर आप दोनों धुनुची नहीं जला पाते हैं तो भी कोई बात नहीं एक ही पीतल के धुनुची जलाय और उसी से ही धूप अर्चन और आरती करें| तो अब आइये जानते है शिवरात्रि धूप अर्चन आरती के बारे में|
सबसे पहले एक चौकि या फिर मंदिर में भगवान शिव और माता पार्वती की फोटो रखे अगर आपके पास शिवलिंग है तो आप वह भी रख सकते हैं पर अगर आपके पास शिवलिंग नहीं है तो केवल ताम्रपात्र भी आप फोटो के सामने रख सकते हैं| पूजा के लिए सबसे पहले शंख नाद करें और पूजा शुरू करें अगर आपके पास शंख या घंटी नहीं हैं तो कोई बात नहीं आप 'हर हर महादेव' जयकारे के साथ भी पूजा शुरू कर सकते हैं| शिवपूजा में कलश स्थापना उतनी जरुरी नहीं होती है पर अगर आप कलश स्थापना करना चाहते हैं तो भी आप कर सकते हैं| पूजा शुरू करते समय सबसे पहले श्री गणेश पूजन करें दूर्वा, अक्षत, चन्दन और पुष्प के साथ और भगवान गणेश को धूप भी दिखाय| इसके बाद भगवन शिव के मूलमंत्र के साथ शिवलिंग में पंचामृत के साथ और अगर शिवलिंग नहीं है तो चन्दन जल के साथ टिंबर जल अभिशेख जलार्पण करें| इसके बाद पुष्प, अक्षत, चन्दन और बिल्वपत्र के साथ पूजा करें और उसके बाद माता पार्वती की पूजा करें सिंदूर, हल्दी, चन्दन, अक्षत, पुष्प के साथ पूजा करें| ध्यान रखे सिंदूर और हल्दी केवल माता पार्वती को ही चढ़ाय नाकि भगवन शिव को यह स्त्री श्रृंगार के प्रतिक हैं जो की भगवन शिव को नहीं चढ़ाय जाते हैं| भगवन शिव और माता पार्वती के पूजा के बाद एक धुनुची धूप जलाय और धूप मंत्र के साथ निवेदन करते हुए धूप दिखाय| इसके बाद आप मिश्री के शरबत प्रसाद के रूप में भगवान को चढ़ाय आप चाहे तो नारियल या कोई फल अथवा घरमे बना हुआ भोग भी चढ़ा सकते हैं| पर धूप पूजा के लिए शरबत या कपूर के पानी चढ़ाना ही काफी होता हैं| जैसे की आप लोग जानते भी होंगे की जल को ही कई जगह प्रसाद के रूप में बांटा करते हैं| इसके बाद आरती करें| आरती केलिए सबसे पहले धूप यानि धुनुची में धूप-गुग्गुल-कपूर के साथ जलाकर उसे धूप आरती मंत्र के साथ निवेदन करें और फिर उसके बाद पंचदीपक से भगवान शिव और माता पार्वती की आरती करें| डीप आरती के बाद हात धो ले और फिर भगवान को प्रणाम करते हुए सबको प्रसाद के रूप में धूप-दीप आरती दे और उसके बाद मिछरी के शरबत दे| अगर आपने कुछ भोग बनाया है तो उसे भी सबमें बांटे|
यहाँ पर हम ने धूप अर्चन और आरती करने की सहज पद्धति के बारे में बताय है जो कि कोई उपचार की पूजा नहीं है जैसे पंचोपचार या सप्तोपचार पूजा होती है इसलिए इसे कोई भी किसी के सहायता के बिना ही कर सकते हैं| अगर आप दूसरे तरीके से पूजा करना कहें तो भी उसके साथ धूप पूजा को जोड़ के पूजा कर सकते हैं| पर एक बात ध्यान में रखे की धूप पूजा में केवल धुनुची धूप ही इस्तेमाल करें नाकि कोई अगरबत्ती या धूपबत्ती| धूप पूजा के धूप को धूपाग्नि भी कहा जाता है इसलिए इसे केवल धुनुची धूप के साथ ही करें तभी यह धूप अर्चन होगी|
टिप्पणियाँ
(And by the way, it is not related to genetics or some secret exercise and absolutely EVERYTHING to do with "HOW" they are eating.)
BTW, I said "HOW", and not "WHAT"...
Click this link to see if this easy test can help you discover your true weight loss possibility