कपूर और धूप आरती दोनों करना जरुरी है? [Kapoor aur Dhoop Aarti]


बहुत लोग इस बात को लेकर बहुत ही दुबिधा में रहते हैं कि धूप और साथ में कपूर आरती करना जरुरी हैं या नहीं| यहाँ पर सबसे पहले तो एक बात जानना जरुरी है कि कपूर को धूप के भीतर भी गिना जाता है जो पंचांग धूप से लेकर सारे प्रकार के धूप में ही इस्तेमाल किया जाता है, साथ ही अगर आप धूप जलने के लिए केवल धूना और गुग्गुल इस्तेमाल करते हैं तो भी कपूर से उसे जलना आसान होता है और साथ में लाभदायक भी| कपूर और गुग्गुल के धूप हानिकारक भी नहीं होता साथ ही यह सेहत के लिए भी कभी फायदेमंद भी होते हैं| पर जो सवाल अक्सर हमारे मन में उठाते हैं वह है कि क्या धूप के साथ कपूर आरती करना भी जरुरी है? तो यहाँ पर एक बात समझ ना होगा कि अगर आप धूप और दीप से आरती कर रहे हैं तो आपको अलग से कपूर आरती करने कि कोई जरुरत नहीं है पर अगर आप धूप और दीप से अलग से आरती नहीं कर पा रहे हैं तो तो केवल कपूर से ही आरती कर सकते हैं| कपूर को धूप और दीप आरती के एकत्र प्रतिक मन जाता है जो कि दीप कि तरह प्रकाश भी देना हैं और धूप की काढ़ा सुगन्ध भी देना है| बहुत से जगह पंच आरती के भीतर भी कपूर आरती भी की जाती है, तो अगर आप चाहे तो आप इस तरह से भी आरती कर सकते हैं या फिर धूप और दीप से आरती कर सकते हैं या फिर कपूर से| ज्यादातर देखा गया है समय के अभाव के कारण धूप-दीप आरती ना करके कपूर से संक्षिप्त आरती की जाती है| सुबह के मंगल आरती के समय भी कपूर आरती करके आरती की जाती है संक्षिप्त में| 

टिप्पणियाँ

Unknown ने कहा…
Your Affiliate Money Making Machine is waiting -

And getting it running is as easy as 1---2---3!

Here is how it all works...

STEP 1. Tell the system what affiliate products you want to push
STEP 2. Add some PUSH BUTTON traffic (this ONLY takes 2 minutes)
STEP 3. See how the system explode your list and sell your affiliate products on it's own!

Are you ready to make money automatically??

Your MONEY MAKING affiliate solution is RIGHT HERE

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

नैवेद्य और प्रसाद क्या होता है [Naivedya aur Prasda]

आगम और धूप दीप पूजा आरती

शिवपूजा धूप निवेदन और आरती मंत्र [Shivratri Dhoop aur Aarti puja Mantra]