श्री श्री सारदा सरस्वती धुनुची धूप & पंचदीप आरती

 धुनुची धूप आरती : ॐ एतस्यै वं आरात्रिक धूपाय नमः|

एते गंध पुष्पे आरात्रिक धूपाय नमः| एते गंध पुष्पे एतद अधिपतये देवाय श्री विष्णवे नमः| एते गंध पुष्पे एतद सम्प्रदानाय ॐ श्री श्री सारदा सरस्वती देव्यै नमः| " ॐ वनस्पति रसो दिव्यो गन्धाढ्यः सुमनोहरः | मया निवेदिता भक्त्या धूपोहयं प्रतिगृह्यताम|| " एष आरात्रिक धूपः ॐ श्री श्री सारदा सरस्वती देव्यै निवेदयामि।

पंचदीप आरती : ॐ एतस्यै वं आरात्रिक दीपः नमः| एते गंध पुष्पे आरात्रिक दीपः नमः| एते गंध पुष्पे एतद अधिपतये देवाय श्री विष्णवे नमः| एते गंध पुष्पे एतद सम्प्रदानाय ॐ श्री श्री सारदा सरस्वती देव्यै नमः| " ॐ कार्पसवर्तिसंयुक्तं घृतयुक्तं मनोहरम| तमोनाशकरं दीपं गृहाण परमेश्वर-परमेश्वरि|| " एष आरात्रिक दीपः ॐ श्री श्री सारदा सरस्वती देव्यै निवेदयामि|

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

नैवेद्य और प्रसाद क्या होता है [Naivedya aur Prasda]

आगम और धूप दीप पूजा आरती

शिवपूजा धूप निवेदन और आरती मंत्र [Shivratri Dhoop aur Aarti puja Mantra]