माता अन्नपूर्णा पूर्ण धूप निवेदन
धुनुची धूप :
ॐ एतस्यै वं धूपाय नमः|
एते गंध पुष्पे धूपाय नमः|
एते गंध पुष्पे एतद अधिपतये देवाय श्री विष्णवे नमः|
एते गंध पुष्पे एतद सम्प्रदानाय ॐ श्री श्री भगवती माहेश्वरी अन्नपूर्णा देव्यै नमः|
" ॐ वनस्पति रसो दिव्यो गन्धाढ्यः सुमनोहरः |
मया निवेदिता भक्त्या धूपोहयं प्रतिगृह्यताम|| "
एष गुग्गल दशांग धूपः ॐ श्री श्री भगवती माहेश्वरी अन्नपूर्णा देव्यै निवेदयामि।
ॐ वनस्पति रसो दिव्यो गन्धर्वा सुरभोजनः|
मया निवेदिता भक्त्या धूपोहयं प्रतिगृह्यताम||
ॐ भगवत्यै विद्महे माहेश्वर्यै च धीमहि तन्न अन्नपूर्णा प्रचोदयात् ।।
एष धूपः ॐ श्री श्री भगवती माहेश्वरी अन्नपूर्णा देव्यै निवेदयामि|| (10 बार घुमाय)
[धूप के बाद अपना हस्त प्रक्षालन करें]

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