गणेश पूजा के भोग में तुलसी नहीं दूर्वा डालकर अर्पण करें [Ganesh Puja Tulsi ke bina]
किसी भी पूजा में भोग लगाते समय तुलसी डालना अनिवार्य होता है पर गणेश पूजन में तुलसी नहीं डाली जाती है उसके बदले आप उसमे दूर्वा डालकर भोग निवेदन कर सकते हैं| गणेशजी को आरती करने के लिए पुष्पांजलि देने के लिए जवाकुसुम, दूर्वा, अक्षत अर्पण करें| आप गणपति को बहुत सरे फूल से भी सजा सकते हैं पर उन्हें जवा पुष्प सबसे प्रिय है, लाल रंग के किसी भी प्रकार के फूल, बेलपत्ता, दूर्वा जरूर चढ़ाय और वह माला बनाकर भी पहना सकते हैं| रोज नै और ताजे माला ही पहनाय नाकि पहले दिन पहनाई माला ही आप विसर्जन तक ही रख दे| कोशिश करें की घर के गमले में उगी हुई जावा पुष्प से आप पूजा करें और अगर आपके बगीचे में दूर्वा है तो उसी से पूजा करें| आजकल बाजार में बनी बनाय दूर्वा और फूल की माला मिल जाती है पर अगर आप अपने घर में ही होनेवाले फूल या दूर्वा भगवन को अर्पण करेंगे तो बहुत ही अच्छा होगा| एक बात का खास ध्यान रखे कि गणेश पूजन में तुलसी कभी भी इस्तेमाल न करें| फूलों के साथ गणेश जी को लाल चन्दन जिसे रक्त चन्दन भी कहते हैं उसे ही अर्पण करें|

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