कैसे करें गणेश जी की धूप सेवा [Ganesh Dhoop Aarti]
अगर गणपति जी आपके घर बिराज रहे हैं तो उसके लिए उनके आप कुछ न कुछ करना ही चाहते हैं, पर आजकल हमारे पास समय के कमी के कारण हम बहुत कुछ कर नहीं पते हैं| पर ऐसे कई सारे सरल उपाय भी है जिसके माध्यम से हम गणेश जी की आरती और सेवा कर सकते हैं| आइये ऐसे ही एक सरल उपाय के बारे में जान लेते हैं|
अगर आपके पास बहुत सारा समय भोग लगाने की या फिर बहुत समय बैठके पूजा करने के लिए नहीं है तो आप गणपति बाप्पा के धूप सेवा भी कर सकते हैं| इसके लिए आपको दोनों धुनुची धूप गणेश जी के सामने जलने चाहिए जिसमे एक गणेश जी के लिए होता है और दूसरा माँ गौरी के लिए| धुनुची को जमीं पे सिर्फ न रखे उसके लिए उसे अक्षत बिछाकर ही स्थापन करें और जल, गन्धपुष्प ततः अक्षत से अर्पण करें| "धूपघ्रायामि ॐ गं गणेशाय नमः" और "धूपघ्रायामि ॐ नमः गौरी देव्यै नमः"| इसे दिनमे टिंबर जरूर श्री गणेश जी को अर्पण करें और साथ ही धूप-डीप से आरती करें| धूप जलने के लिए नारियल छिलका, कपूर, धूना, गुग्गुल जरूर इस्तेमाल करें| गपति जी को एक नारियल अगर हो सके तो रोज चढ़ाय साथ ही उन्हें पैन करने के लिए पवित्र जल भी रोज लोटा में भरके दे| रोज दूर्वा, चन्दन और पुष्प चढ़ाय साथ ही धूप उन्हें समर्पित करें| गणपति जी को सुगंध बहुत ही प्रिय है इसलिए आप उनके सामने धूप अर्चन करने के साथ ही अपने पुरे घर में ही धूप जरूर दिखा दे| सुबह के समय धूप अर्पण करके एकबार आरती करें दोपहर बारे बजे धूप अर्पण करके एकबार फिरसे आरती करें और फिर संध्या के समय धूप अर्पण करके संध्या आरती करें| अगर आप चार या पंचबर भी आरती करना चाहते हैं तो भी आप आरती कर सकते हैं| और अगर आपके पास तीनबार भी धूप सेवा और आरती करने के लिए समय नहीं है तो कमसे काम सुबह के समय और संध्या के समय दोबार आरती जरूर करें|
गणपति बाप्पा बस्तु के नहीं भावना के भूखे होते हैं इसलिए अपने मनमे किसी भी प्रकार की कोई किन्तु परन्तु न रखते हैं श्रद्धा भाव से गणपति बाप्पा की सेवा आरती करें| धूप सेवा एक सरल पूजा और सेवा विधि है जिनके पास समय नहीं है पर अगर कोई अपने तरीके से या सम्पूर्ण तरह से भी गणपति बाप्पा के सेवा करना चाहते हैं वो भी कर ही सकते हैं| पर आजकल के भगा दौड़ी के जीवनशैली में सबके पास समय नहीं होता की बहुत से उपचार के साथ व सेवा कर सके या बहुत से लोग अकेले रहते हैं और उनके लिए सारे सामग्री जुगाड़ करना भी मुश्किल होता है कभी कभी तो उनके लिए ही यह पद्धति हमने यहाँ पर बताई हैं| सरल तरीके से गणपति के सेवा करने के लिए आप अंतर मन से गणपति जी को स्मरण करके धूप सेवा आरती कर सकते हैं|

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